कोसी एवं सीमांचल के जिलों में बनेगा बायोटेक मखाना किसान हब: डाॅ0 प्रेमकुमार,
जलजमाव क्षेत्रों की उत्पादन, उत्पादकता एवं लाभप्रदता की वृद्धि हेतु मखाना उत्पादक तकनीक बेहतर विकल्प है: कुलपति, प्रो0 (डाॅ0) अजय कुमार सिंह
भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ में केन्द्रीय बायोटेक्नालाॅजी विभाग द्वारा वित्तीय संपोशित परियोजना बायोटेक किसान हब का लाॅंचिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय डाॅ0 प्रेमकुमार, मंत्री, कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार एवं माननीय कुलपति, बिहार कृषि विश्वविद्याल, सबौर, भागलपुर के प्रो0 (डाॅ0) अजय कुमार सिंह, निदेशक प्रसार शिक्षा, डाॅ0 आर0 के0 सोहाने एवं अधिष्ठाता (कृषि) डाॅ0 आर0 आर0 सिंह द्वारा संयुक्त रूप से केन्द्रीय बायोटेक्नालाॅजी विभाग द्वारा वित्तीय संपोशित बायोटेक किसान हब परियोजना का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के स्वागत भाषण में महाविद्यालय के सह अधिष्ठाता –सह- प्राचार्य डा॰ पारस नाथ ने महाविद्यालय में पधारे आगंतुकों का स्वागत किया। अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ के मार्गदर्शन में बिहार के सभी मखाना उत्पादक जिलों के किसानों का प्रतिनिघित्व करते हुए “मिथिलांचल मखाना उत्पादक संघ” का गठन किया जा चुका है। प्रघान अन्वेषक मखाना अनुसंधान परियोजना डाॅ0 अनिल कुमार ने विगत नौ वर्षों में मखाना अनुसंधान परियोजना की उपलब्धियों की विस्तृत आख्या प्रस्तुत किए। निदेशक प्रसार शिक्षा, डाॅ0 आर0 के0 सोहाने अपने उद्बोधन में कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्ेश्य कोसी एव एवं सिमांचल के किसानों को मखाना उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ब्रांडिंग एवं मर्केटिंग के आधुनिक तकनीकों से लैश करते हुए इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय मखाना हब बनाना है।
अधिष्ठाता (कृषि) डाॅ0 आर0 आर0 सिंह अपने उद्बोधन में कहा कि इस परियोजना अंतर्गत मखाना की खेती 100 हेक्टअरमें की जाएगी। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ नोडल सेन्टर के रूप में कार्य करेगा। मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री, बिहार सरकार डा0 प्रेम कुमार जी अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि कोसी नदी बिहार का शोक कहा जाता है, बाढ़ के पानी को अभिशाप कहा जाता था लेकिन हम अब उस अभिशाप को वरदान में बदलेंगे, भारत सरकार के बायोटेक्नाॅलाजी विभाग के द्वारा आज कोसी एवं सीमांचल के जिलों में मखाना हब बनाने की अच्छी पहल की गई है। अगर धन राशि की और आवश्यकता होगी तो राज्य सरकार कोशी क्षेत्र में मखाना हब बनाने हेतु हर संभव सहायता देगी। इस परियोजना के अंतर्गत 100 हेक्टअर क्षेत्रफल में पूर्णिया, कटिहार एवं अररिया जिलों में मखाना के उन्नतशील प्रभेद सबौर मखाना -1 का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे किसानों की आय में आशातीत वृद्धि होगी। इस अवसर पर एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में चयनित पूर्णिया, कटिहार एवं अररिया जिले के मखाना उत्पादक किसानों क्रमशः श्रीमती वीनीता देवी, श्री पंकज कुमार पप्पी, कृत्यानंद यादव महियारपुर, चाॅंद चैहान, जलालगढ़, शम्भू विश्वास, श्रीनगर एवं राकेश चैरसिाया, दोगच्छी, कालीदास बनर्जी, रौतारा, आनंद शर्मा, तेजाटोला कटिहार आदि को मखाना की उन्नतशील प्रभेद सबौर मखान-1 के बीज को मुख्य अतिथि माननीय डाॅ0 प्रेमकुमार, मंत्री, कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार कर कमलों द्वारा वितरीत किया। मखाना अनुसंधान परियोजना के निरीक्षण के दौरान मखाना वैज्ञानिक तथा प्रधान अन्वेषक डा॰ अनिल कुमार ने विगत सात वर्षों की उपल्बधियों को विस्तार पूर्वक माननीय मंत्री जी को बताया। माननीय कृषि मंत्री, मखाना अनुसंधान की उपल्बधियों पर प्रसन्नता व्यक्त किए और मखाना अनुसंधान परियोजना के सभी वैज्ञानिकों को बधाई भी दिए। मखाना के क्षेत्र में किए गए अनुसंधान के साथ-साथ प्रसार-सह-प्रशिक्षण गतिविधियों के माध्यम से किसानों के पास उन्नतशील प्रजाति एवं तकनीकी को महाविद्यालय की अग्रणी भूमिका रही है, इसके लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सह अधिष्ठाता –सह- प्राचार्य डा॰ पारस नाथ केा कुशल नेतृत्व हेतु बधाई दिया। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र पूर्णिया एवं कटिहार के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान क्रमशः डा॰ सीमा कुमारी एवं डा॰ रीता सिंह के साथ अन्य विषय वस्तु विशेषज्ञ डा॰ अभिषेक प्रताप सिंह, डा॰ रमाकांत सिंह के साथ महाविद्यालय के वैज्ञानिक डा॰ जे एन श्रीवास्तव, डा॰ जनार्दन प्रसाद, डा॰ पंकज कुमार यादव, डा॰ अनिल कुमार, डा0 तपन गोरई, डा॰ रुबी साहा, श्री जयप्रकाश प्रसाद, डा॰ रवि केसरी, मणिभूषण, डा॰ एन0 के0 शर्मा, डा॰ माचा उदय कुमार, डा॰ सदय कुमार, ई॰ एम॰ के॰ सिन्हा एवं कर्मचारियों आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर स्नातक कृषि के छात्राओं में क्रमशः मुख्य रूप से रूपम कुमारी, कौशम्बी सिंह, कोमल भारती, अकांक्षा प्रिया, राज कुमारी, नेहा भारती, रिया कुमारी, राज लक्ष्मी, निधि, निधि प्रियाछात्रों में क्रमशः यश राज, कनिष्क चन्द्र, कीर्ति कुमार, अभिषेक कुमार, आशीष कुमार, नीतिश कुमार, विश्वजीत आनंद, मो॰ अरमान, प्रकाश कुमार, मनीष, हिमाचल, रौशन कुमार, राघवेन्द्र प्रसाद, बिश्वनाथ पानीग्रह्य, सन्नी कुमार, रितिक कुमार मौर्य, शुभेन्दू शेखर सारंगी, रितूराज, अखिलेश कुमार, मो॰ नौमन आलम, राहुल कुमार, नवनीत, रौशन कुमार, शुभम कुमार, मो॰ इंतखाब फिरोज, गौरव कुमार, अजीत कुमार, गुलशन कुमार, प्रवीण कुमार, नमीद राथोड़, अन्य सभी छात्रों ने उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम समेकित पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स में कुल 30 प्रतिभागियों 11 प्रतिभागी मधेपुरा, 07 प्रतिभागी अररिया, 11 प्रतिभागी पूर्णियाँ एवं 01 प्रतिभागी कटिहार उपस्थित रहे।