महान आँचलिक कथा शिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु की 99वीं जयंती समारोह शिवपुरी स्थित पूर्व लोक अभियोजक व राजद के वरिष्ठ नेता के. एन. विश्वास के आवास पर आयोजित की गयी।इस अवसर पर उनके तैल्यचित्र पर पुष्प अर्जित कर उन्हें नमन किया गया। श्री विश्वास ने कहा कि रेणु एक महान कलमकार ही नहीं भारत की आजादी के क्रांतिकारी योद्धा भी थे, वे नेपाल कीराणाशाही के खिलाफ सशक्त क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।उन्होंने अपनी कलम से ग्रामीण परिवेश का चित्रण अपनी कथाओं, उपन्यास,कहानी में हूबहू किया।प्रेमचंद के बाद वे दूसरे अद्वितीय आंचलिक लेखक थे।जिनकी रचना पर कई फिल्में, धारावाहिक एवं अन्य छोटी फिल्मों का निर्माण हुआ।सही मायने में रेणु ने इस धरती में जन्म लेकर गौरवान्वित किया है।बिहार सरकार ने रेणु के प्रति आस्था दिखाते हुये रेणु की परती परिकथा व मैला आँचल की धूसर मिट्टी में निर्मित हो रहे अभियंत्रण महाविद्यालय का नाम फणीश्वरनाथ रेणु पर किया।लेकिन कुछ उदासीनता के कारण रेणु अपने घर व अपनों के बीच ही उपेक्षित है।उनकी प्रमुख आँचलिक रचनाओं में मैला आँचल, परती परिकथा, दीर्घतपा,जुलूस, पलटू बाबू रोड ,मारे गये गुलफाम है। पुष्प अर्पित करने में पूर्व लोक अभियोजक के.एन. बिश्वास, संवेदक प्रमोद कुमार, सामाजिक कार्यकर्त्ता अविनाश आनंद,वार्ड पार्षद दीपा आनन्द, रमेश कुमारअधिवक्ता विजय कुमार, सुशील यादव, अदीप आनंद, अदिति,सन्जीत कुमार मंडल, अनंत किशोर ठाकुर,समर यादव, आलोक कुमार, रामसोहित मंडल, रवि गुप्ता, कुमार मंगलम,गरीबनाथ महतो, मंगलू बहरदार, लालू मंडल सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।