फारबिसगंज शहर में विधि व्यवस्था को लेकर सोमवार को अनुमंडल सभा भवन में बैठक आयोजित की गई
फारबिसगंज शहर में विधि व्यवस्था को लेकर सोमवार को अनुमंडल के सभा भवन में एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला की अध्यक्षता...
फारबिसगंज शहर में विधि व्यवस्था को लेकर सोमवार को अनुमंडल के सभा भवन में एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला की अध्यक्षता...
फारबिसगंज नगर परिषद में 9 सूत्री मांगों को लेकर विगत 29 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठे नगर परिषद कर्मियों...
संवाददाता/अंकित सिंह भरगामा प्रखंड क्षेत्र के चर्चित शंकरपुर छठ घाट पर शुक्रवार के संध्या को श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य...
फारबिसगंज (अररिया) :- पहले आधारभूत संरचना को लागू किया अब आत्मनिर्भर बिहार बनाकर लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे। उक्त बातें...
जोकीहाट विधायक के घर हमला को लेकर सनसनी फैल गई है। घटना रविवार देर रात्रि करीब 10:00 बजे की बताई...
भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णियाँ में 2017-18 सत्र के कृषि स्नातक में अध्ययनरत् छात्र एवं छात्राओं का ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव का उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन वर्तमान वैश्विक महामारी कोविड-19 को ध्यान मे रखते हुए समाजिक दुरी के साथ किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅÛ पारस नाथ ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय मखाना वैज्ञानिक डा॰ माचा उदय कुमार द्वारा प्राचार्य को बुके देकर सम्मानित किया गया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन डाॅ पारस नाथ सह अधिष्ठाता-सह-प्राचार्य, भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णियाँ तथा महाविद्यालय के वैज्ञानिक सदस्यों के द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलन कर किया गया। अपने स्वागत भाषण में कृषि महाविद्यालय के सह अधिष्ठाता-सह-प्राचार्य डाॅÛ पारस नाथ ने बताया कि कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ के स्नातक कृषि चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं को ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम 2020 अन्तर्गत बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के माननीय कुलपति प्रो (डा0) अजय कुमार सिंह के र्निदेश पर 6 माह के लिए ईन्टर्नशिप हेतू कृषि विज्ञान केन्द्र, भेजा गया। कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली एवं विहार कृषि विश्वविद्यालय,सबौर भागलपुर, यह निर्णय लिया कि छात्रों का यह 6 महीने का ईन्टर्नशिप उनके गृह जिले में अवस्थित कृषि विज्ञान केन्दों मे कराया जाय जिनके लिए महाविद्यालय के कुल 37 छात्र/छात्राओं को विभिन्न कृषि विज्ञान केन्दों जैसेः- कृषि विज्ञान केन्द, वादवानी ग्वालियर (मध्यप्रदेश), कृषि विज्ञान केन्द, नाडिया (पश्चिम बंगाल), कृषि विज्ञान केन्द, हावडा (पश्मि बंगाल), कृषि विज्ञान केन्द,मालदा(पश्चिम बंगाल), कृषि विज्ञान केन्द, शांती निकेतन विश्व भारती पश्चिम बंगाल, कृषि विज्ञान केन्द, जलालगढ, पूणियाँ, कृषि विज्ञान केन्द, कटिहार, कृषि विज्ञान केन्द, समस्तीपुर, कृषि विज्ञान केन्द, सुपौल, कृषि विज्ञान केन्द, पीपरा कोठी पूर्वी चम्पारन, कृषि विज्ञान केन्द, दरभंगा, कृषि विज्ञान केन्द, मधेपुरा, कृषि विज्ञान केन्द, खगडिया, कृषि विज्ञान केन्द, आर॰ के॰ एम॰, राँची, कृषि विज्ञान केन्द नामकुम राँची, कृषि विज्ञान केन्द,सबौर , भागलपुर, कृषि विज्ञान केन्द, नालांदा, कृषि विज्ञान केन्द, पश्चिमी चम्पारन, कृषि विज्ञान केन्द, मानपुर गया, कृषि विज्ञान केन्द,जमुई, कृषि विज्ञान केन्द,भोजपुर, कृषि विज्ञान केन्द, सीतामढी, कृषि विज्ञान केन्द,लखीसराय, कृषि विज्ञान केन्द,मधुबनी, कृषि विज्ञान केन्द, बांका। ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव हेतु वर्ष 1992 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली द्वारा गठित रन्धावा समिति की अनुशसंा के आधार पर लगातार तीन वर्षों तक स्नातक कृषि के विभिन्न विषयों के थ्योरी एवं प्रायोगिक के साथ-साथ कृषि की नवीनतम कृषि की आधुनिक तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने के बाद छात्र-छात्राओं को कृषि प्रसार की विभिन्न विधाओं की जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्रों में 6 माह में दी जाएगी। ग्रामीण स्तर पर कृषि एवं कृषि से संबंधित व्यवसायों की वर्तमान स्थिति केा छात्र-छात्राओं द्वारा गहन अध्ययन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं के द्वारा किसानों की समस्याओं का अध्ययन कर सूचीबद्ध करना एवं किसानों के वर्तमान सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति का अध्ययन करना। ग्रामीण परिवेश के समग्र विकास हेतु, किसान परिवारों के साथ-साथ कृषि एवं कृषि से संबंधित अन्य विधाओं में कार्य करके छात्र-छात्राओं में कौशल एवं उद्यमिता विकास करना साथ-साथ किसानों को खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना । सह अधिष्ठाता-सह-प्राचार्य डाॅÛ पारस नाथ ने बताया कि आज हम सभी यह जानते है कि हमें भोजन प्राप्त करने के लिए किसानों की कड़ी मेहनत द्वारा उत्पादित अनाज, फल, सब्जी, दूध, अंडा, मछली आदि पर निर्भता है। वर्तमान सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगना करने की योजना बनायी गयी है इसका मुख्य उद्देश्य देश के किसान समृद्ध हो सके। जिससे पुरे देश के नागरिकों को भरपेट संतुलित भोजन उपलब्ध हो सके। क्योकि हमारे पास सीमित संसाधन है जिसके साथ कृषि विज्ञान में तकनीकियों का प्रयोग करके देश की बढ़ती हुई जनसंख्या के खाद्यान्न की आपूर्ती की जा सकती है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के माननीय कुलपति प्रो (डा0) अजय कुमार सिंह का मानना है कि ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के द्वारा छात्र-छात्राओं में व्यक्तित्व विकास, वास्तविक समस्यायों को जानने-समझने की क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता, समय प्रबंधन, कौशल विकास, नवाचार क्षमता का बोध, समुह निर्माण, समुदायिक प्रबंधन, सामुहिक कार्य करने की क्षमता, कृषि एवं कृषि से संबंधित अन्य विधाओं की स्वदेशी एवं वैज्ञानिक तकनीक को समझने की क्षमता का विकास होगा जिससे छात्र-छात्राओं का भविष्य उज्ज्वल होगा। इस अवसर पर ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम 2020 इन्टर्नसिप के छात्राओं में निशा भारती, संजीता कुमारी, श्रृंजल सुमन, सना कयूम, प्रिया कुमारी, निशत अंजुम, शोभा कुमारी, जयश्री राज, नीशु प्रिया, साक्षी सुमन, जीनत परवीन, श्वेता कुमारी छात्रों में धन सिंह अलावे, संतोष कुमार यादव, नीरज कुमार कमल, प्रभात कुमार, रिषु कुमार, संग्राम साहा, विवेक कुमार, आयुष सिंह, सुमित कुमार अग्रवाल, सोनू भारती, शिव शंकर, कुमार आशीष, राज किशोर कुमार, ललन कुमार, दीपक कुमार, रितिक कोले, महबूब आलम, सलिम मलिक सिद्धिकी, योगेश कुमार, नरोत्तम कुमार, नीलाभ कुमार सिंह, अंकित राज, नीतीश गौरव, दिवाकर कुमार पंडित, राहुल राय आदि ने सुदूर कृषि विज्ञान केन्द्रों से वर्चुअल मोड के द्वारा शिरकत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य वैज्ञानिकों में डा॰ जनार्दन प्रसाद, श्री एस॰ पी॰ सिन्हा, डा0 पंकज कुमार यादव, डा॰ अनिल कुमार, डा॰ माचा उदय कुमार, डा॰ तपन गोराई, श्री मणिभूषण, डा॰ रुबी साहा श्रीमति अनुपम कुमारी डा॰ मिथिलेश कुमार, डा॰ एन॰ के॰ शर्मा, डाॅ0 जी0 एल0 चैधरी, डा॰ सुदय प्रसाद, डा॰ शम्भुनाथ आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया। इस ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम 2020 इन्टर्नसिप दल का नेतृत्व एवं मार्गर्दशन महाविद्यालय के मखाना वैज्ञानिक डा॰ अनिल कुमार एवं वैज्ञानिक डा॰ माचा उदय कुमार द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन डा॰ पंकज कुमार यादव एवं धन्यवाद द्वारा डा॰ माचा उदय कुमार दिया गया। ...
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बहादुरगंज:- बहादुरगंज प्रखंड मुख्यालय परिसर के समीप बने विवाह भवन के सभागार कक्ष में जिला पदाधिकारी किशनगंज एवम पुलिस अधीक्षक...
फारबिसगंज पुलिस ने शनिवार की देर रात गुप्त सूचना के आधार पर अभियान चलाते हुए 223 बोतल विदेशी शराब बरामद...
आज दिनांक 10/09/2020 को अररिया जिला में वर्चुअल रैली बिहार क्रांति की शुरुआत हुई। जिसमें दिल्ली से AICC सचिव श्री...