अररिया : जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। जिसको लेकर सीमांचल युवा जागरण मोर्चा अररिया ने जिला पदाधिकारी अररिया को आवेदन देकर जिले के सभी 9 प्रखंडों की सूची वार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की जांच कर अति शीघ्र प्रत्येक दिन डॉक्टर ,नर्स एवं दवाई उपलब्ध कराने की मांग की है।जिसमें कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जिन पर हमेशा ताला लटका हुआ रहता है उनकी भी सूची सौंपी है। मोर्चा की सूची में सर्वप्रथम अररिया प्रखंड अंतर्गत उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दियारी, उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलवा, उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिकनी, उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंद्रदेई एवं रानीगंज प्रखंड अंतर्गत मिर्जापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटकने का जिक्र किया है,
मोर्चा के अध्यक्ष गगन कुमार झा व उपाध्यक्ष अमित कुमार साह ने खुद जाकर अस्पतालों का जायजा लिया और कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में भी जिला अररिया के अधिकतर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ताला लटका हुआ होना सरकार के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलते हुए दिख रहा है। यूं कह लें कि प्रशासन की उदासीनता का जीता जागता नमूना है। सरकार ने आमजनों के हित में स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल करने के लिए पंचायत स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कराया । जिसमें करोड़ों खर्च होने के बावजूद आमजनों को आज तक स्वास्थ्य सेवा ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं मिल पाई। विडंबना यह है कि अररिया जिला में अस्पताल तो है परंतु पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर व नर्स नहीं है, एंबुलेंस तो है परंतु चालक नहीं है, वेंटिलेटर तो है परंतु उसे चलाने के लिए ऑपरेटर नहीं है! ऐसी स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था कैसे बहाल हो सकती है! इसके लिए जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन की सकारात्मक सोच से स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाली दूर हो सकती है। इसके लिए हम सबों को मिलकर प्रयास करना होगा।