फारबिसगंज ( अररिया ) कोरोना के संक्रमण में कमी जरूर आयी है। लेकिन, अभी भी हमें सावधानियां बरतनी हैं और सरकार के गाइडलाईन का अक्षरशः पालन करना केवल प्रशासन की जिम्मेवारी नही बल्कि, हमसबों की जिम्मेवारी भी है और कर्तव्य भी। विगत 2 जून से 8 जून तक लॉकडाऊन पार्ट – 4 लगाया गया है। दुकानों को खोले जाने के सन्दर्भ में गाइडलाईन के अनुसार तीन श्रेणियों में दुकानों को बांटा गया। जिसमें पहले श्रेणी में आवश्यक सामानों के दुकानों को रखा गया। वहीं दुसरे और तीसरे श्रेणी में अलग-अलग सामानों से जुड़े दुकानों को रखा गया है जिसे एक दिन के अंतराल पर खोला जाना है। पर इन सब से बेपरवाह यहां के लोग मानों पुनः कोरोना संक्रमण को आमंत्रण देने पर तुले हैं। गुरुवार को फारबिसगंज शहर का नजारा ऐसा दिखा जैसे यहां गाइडलाईन नाम की कोई चीज ही नही। दूसरे श्रेणी में रखे दुकाने जैसे एलेक्ट्रॉनिक, एलेक्ट्रिक, होम एपलायंस, सैलून, मोबाईल, जूते-चप्पल की दुकान आदि को गाइडलाइन के मुताबिक शुक्रवार को खोले जाने के बजाय यहां के ज्यादातर दुकानदारों के द्वारा गुरुवार को ही खोल दिया गया। इस तरह दिनवार प्रतिबंधित दुकानें भी खुल जाने से कहीं न कहीं गाइड लाईन की धज्जियां उड़ती दिखी। वहीं यहां के सदर रोड, छुआपट्टी, मानिकचंद रोड, पोस्टऑफिस चौक, बाजार समिति ( विघटित ) परिसर के आस-पास लगे जाम व भीड़ के बीच सोशल डिस्टेंस को भी जमकर ठेंगा दिखाया गया। दुकानदार के साथ कई ग्राहक भी बगैर मास्क के देखे गए। हालांकि, नगरपरिषद प्रशासन के द्वारा माईकिंग के जरिए यहां के आम लोगों को गाइडलाईन के विभिन्न नियमों से अवगत कराया गया है बावजूद इसके इसका सही तरीके से पालन नही हो रहा है।
फोटो कैप्शन – शहर के सदर रोड में उमड़ी भीड़ व जाम