नरपतगंज (अररिया), रिपोर्ट-विनय ठाकुर :बिहार के महान शिक्षाविद डॉक्टर मुफ्ती महफूजुर रहमान उस्मानी साहब के असामयिक निधन पर नरपतगंज खाबदह पंचायत रहीमपुर गांव में शोक सभा का आयोजन मौलाना नसीम अहमद मेरठ की अध्यक्षता में संपन्न हुई शोक सभा का संचालन मुफ्ती जावेद अख्तर ने करते हुए जामियातुल कासिम दारुल उलूम मधुबनी सुपौल के संस्थापक निदेशक मुफ्ती उस्मानी साहब के निधन को सीमांचल का बड़ा नुकसान बताते हुए कहा कि डॉक्टर उस्मानी साहब का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान था उन्होंने सीमांचल को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ देश- विदेश के शिक्षाविदों को सीमांचल से रूबरू कराने का कार्य किए। वही सीमांचल डेवलपमेंट फ्रंट बिहार के महासचिव शाहजहां शाद ने कहां की उस्मानी साहब के अचानक चले जाने से आर्थिक तौर पर कमजोर विद्यार्थियों के भविष्य पर काफी गहरा झटका लगा है! लेकिन हमें आशा है कि जामियातुल कासिम दारुल उलूम के नए निदेशक उस्मानी साहब के बड़े पुत्र कारी जफर इकबाल मदनी के पदभार ग्रहण कर लेने से अब आशा की किरणे खिलने लगी है।
वही मदरसा के प्राचार्य मुफ्ती अंसार अहमद कासमी ने कहा कि हम सब मिलकर उस्मानी साहब के सपने को पूरा करने की कोशिश करते रहेंगे उनका जो सपना अधूरा रह गया है वह जरूर पूरा होगा। शोक सभा को संबोधित करने वालों में मौलाना जमील अहमद, मौलाना अब्दुल मतीन रहमानी, मौलाना जियाउल्लाह, मुफ्ती कौसर हाफिज, अब्दुर्रहमान अली अहमद, हाफिज मुश्ताक, मौलाना नुरुल्लाह क़ासमी आदि थे।वही इस मोके पर सलाहुद्दीन कारी, तौहीद आलम, मुजफ्फर हुसैन, अब्दुद दाइम, रोकी, लड्डन, राही मुख्तार आलम, कारी हसीब आलम, हफीज कैसर नदवी, हाफिज नियाज़, हाफिज रहमानी सहित दर्जनों लोग उपस्थित होकर अल्लाह से दुआ मांगी।