अररियाा (अल्लामा ग़ज़ाली)एक तरफ जहां सरकार हर घर तक सड़क और घर घर बिजली पहुंचाने का हवाला देकर आमजनों से वोट मांगते हैं।तो वहीं दूसरी ओर जिले के जोकीहाट प्रखंड अन्तर्गत चकई पंचायत वार्ड नं 5 एवं 12 में वार्ड सदस्या अस्मती आरा के अलावा लगभग दर्जनों महिला पुरुष बिजली विभाग से तंग आकर इस मामले को विभागीय अधिकारियों को शिकायत ना कर सीधे Nstv Bihar के संवाददाता से संपर्क साधते हुए बिजली की आंख मिचौली से अवगत कराते हुए ख़बर प्रकाशित कर मामले को वरीय अधिकारी तक पहुंचाने का आग्रह किया। जब संवाददाता ने संबंधित मामले को लेकर जानकारी लेने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने कहा महीने में कम से कम 10 दिन तक बिजली आपूर्ति में समस्या आती है। समस्या उत्पन्न होने की ख़बर सुनकर मिस्त्रियों को तो मजा ही आ जाता है। हर दिन किसी ना किसी बहाने से बिजली काट दिया जाता है और बिजली कनेक्ट करने के लिए कम से कम 300-400 रुपये लेने के लिए तैयार भी रहता है। विशेषकर पंचायत के वार्ड संख्या 05 एवं 12 के दर्जनों बिजली उपभोक्ताओं से मिस्त्री द्वारा धड़ल्ले उगाही की जाती है।इस लॉकडाउन में बेचारा किसान आदमी भला रूपया कैसे दे। पुनः वार्ड सदस्य से मित्री साहब तो 500रू लिए बिना जान नहीं छोड़ता है। दोनों ही वार्ड सदस्यों ने एक स्वर में कहा यह ड्रामा बहुत दिनों से चल रहा है। लेकिन कई बार शिकायत भी किया गया।बता दें कि इससे पहले भी बैरगाछी चौक के आसपास बिजली नहीं रहने की समस्या को एनएस टीवी ने प्रमुखता से ख़बर दिखाते हुए ख़बर का असर भी कराया था।जबकि इस मामले को लेकर समाजसेवी वार्ड सदस्य प्रतिनिधि अनवार आलम ने कहा कि स्थानीय बिजली आपूर्ति विभाग हमेशा से सौतेला रवैया अपनाया है।जो अब बर्दाश्त योग्य नहीं है।बिजली आपूर्ति की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हमलोग इस ओर ठोस कदम उठाते हुए बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होंगे।इस मामले को लेकर वार्ड सदस्य प्रतिनिधि ने कहा कि मेरे निवास स्थान से पूरब तरफ एक तालाब है,जहाॕ लोगों की आवाजाही काफी होती है।उसी जगह 11 हजार वोल्टेज बिजली तार बिल्कुल नीचे लटका है।ऐसे में एक बड़ा हादसा होने की संभावना जताई जा रही है। देखना दिलचस्प होगा जोकीहाट विद्युत आपूर्ति विभाग इस ओर ध्यान देती है या नहीं!